Dussehra 2024 | दशहरा | 10 Lines on Dussehra | Poem on Dussehra in Hindi | विजयादशमी | Dussehra Shayari | Auspicious Festive Season

Dussehra 2024 | दशहरा

Dussehra – दशहरा is a auspicious festival of India. In 2024 it will be celebrated on 12th October 2024. In many states of India this day is also celebrated as Durga Puja. We have also written some lines on Maa Durga.

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So below are some lines dedicated to this auspicious festival.

दशहरा – पूछता है रावण

पूछता है वो दशानन..
एक बात मुझे बताओगे..
रावण को जला सके जो..
वो राम कहाँ से लाओगे..

साथ में भटकता रहे जो..
सालों तक जागा रहे जो..
बड़े भाई को पूजने वाला..
वो लक्ष्मण कहाँ से लाओगे…

संजीवनी ला सके जो..
पूरा पर्वत उठा सके जो..
समुद्र को पार करने वाला..
वो हनुमान कहाँ से लाओगे…

राज पाठ ठुकरा सके जो..
साथ वन में जा सके जो..
बस श्री राम को देखने वाली..
वो सीता कहाँ से लाओगे..

माता का पता लगा सके जो..
दानव को हरा सके जो..
समुद्र पर सेतु बांधने वाली..
वो सेना कहाँ से लाओगे..

अपने पापों को मिटाकर..
क्या तुम भगवान बन पाओगे..
रावण को जला सके जो..
वो राम कहाँ से लाओगे..

Dussehra – Puchta Hai Ravan

Tags : Dussehra Poem, 10 Lines on Dussehra , Dussehra Shayari

Puchta hai wo dashanan..
Ek baat mujhe bataoge..
Ravan ko jala sake jo..
Wo raam kahan se laaoge..

Sath mein bhatakta rahe jo..
Saalo tak jaaga rahe jo..
Bade bhai ko poojne wala..
Wo Lakshman kahan se laaoge…

Sanjeevni la sake jo..
Pura parvat utha sake jo..
Samundar ko paar karne wala..
Wo hanuman kahan se laaoge…

Raaj paath thukra sake jo..
Sath van mein ja sake jo..
Bas shri ram ko dekhne wali..
Wo Sita kahan se laaoge..

Mata ka pata laga sake jo..
Daanav ko hara sake jo..
Samundar par setu bandhne wali..
Wo sena kahan se laaoge..

Apne paapon ko mitakar..
Kya tum bhagwan ban paaoge..
Raavan ko jala sake jo.
Wo raam kahan se laaoge..

Dussehra 2024 | दशहरा | 10 Lines on Dussehra | Poem on Dussehra in Hindi | विजयादशमी | Dussehra Shayari
Dussehra 2024 | दशहरा | 10 Lines on Dussehra | Poem on Dussehra in Hindi | विजयादशमी | Dussehra Shayari

About Dussehra 

This festival symbolizes the victory of good over evil. On this day Lord Rama has defeated Demon King Ravan. In many places people burn Ravana Effigies and perform Garba.

Earlier, Ravan took Mata Sita to his kingdom known as Lanka. Then, Lord Rama met Lord Hanuman, who is also a supreme devotee of Lord Rama, crossed the ocean in search of Mata Sita. With the help of King Sugreev’s army and his younger brother Lakshman, Lord Rama built a bridge over the ocean and attacked Lanka. After many days of battle, Lord Rama emerged victorious and killed the demon king Ravan. The main warriors in this battle were :

From Lord Rama Army

  • Lord Rama
  • Lord Lakshman
  • Lord Hanuman
  • King Sugreev
  • Angad Ji
  • Jamvant Ji
  • Nal and Neel
  • and the entire army of King Sugreev

From Ravan Army

  • Ravan
  • Meghnath (Son of ravan)
  • Akshay Kumar (Son of Ravan)
  • Kumbhkaran (Brother of Ravan)
  • And the entire demons

This is a brief history of this famous day. All details can be found in the holy book, the Ramayana.

दशहरा के बारे में

दशहरा – दशहरा भारत का एक प्रसिद्ध त्योहार है। 2024 में यह 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा। भारत के कई राज्यों में इस दिन को दुर्गा पूजा के रूप में भी मनाया जाता है। हमने माँ दुर्गा पर कुछ पंक्तियाँ भी लिखी हैं।

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यह त्योहार अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम ने रावण नामक राक्षस राजा को हराया था। कई जगह लोग रावण के पुतले जलाते हैं और गरबा करते हैं। इसलिए इस शुभ त्योहार के लिए कुछ पंक्तियाँ नीचे दी गई हैं।

पहले, रावण माता सीता को अपने राज्य ले गया। फिर, भगवान राम ने भगवान हनुमान से मिले, जो भगवान राम के भक्त भी हैं, और माता सीता की खोज में समुद्र को पार किया। राजा सुग्रीव की सेना और अपने छोटे भाई लक्ष्मण की मदद से, भगवान राम ने समुद्र पर एक पुल बनाया और लंका पर हमला किया। कई दिनों की लड़ाई के बाद, भगवान राम विजयी हुए और राक्षस राजा रावण को मार डाला।

भगवान राम की सेना से

  • भगवान राम
  • भगवान लक्ष्मण
  • भगवान हनुमान
  • राजा सुग्रीव
  • अंगद जी
  • जामवंत जी
  • नल और नील
  • और राजा सुग्रीव की पूरी सेना

रावण की सेना से

  • रावण
  • मेघनाथ (रावण का पुत्र)
  • अक्षय कुमार (रावण का पुत्र).
  • कुम्भकर्ण (रावण का भाई)
  • और पूरी राक्षस सेना

यह इस प्रसिद्ध दिन का एक संक्षिप्त इतिहास है। सभी विवरण पवित्र ग्रंथ रामायण में पाए जा सकते हैं।

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Devi Maa ki Mahima -Navratri Poem

Navratri, Navaratri Poem

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देवी माँ की महिमा -नवरात्रि कविता

Jai Mata Di Shayari, Navratri Shayari

No dino ka yeh tyohaar..
Devi maa ka milta pyaar..
Manaata yeh sara sansaar…
Sara jag maa ka parivaar…

Sher pe chadkar aati maata..
Halwa puri unko bhaata..
Maa ke bhajan jo bhi gaata..
Apni jholi bharta jaata…

Ek hi devi ke 9 roop..
Hamare maa baap bhi uska roop..
Apni maa ko jo rulata..
Devi maa ko gussa dilata..

Kahin garba khela jata hai..
Kahin mithai baati jaati hai..
Ramleela ka bahane..
Sabko Ramayan sikhai jaati hai…

Choti si kanya ka pujan kar..
Bada sa ashirwad maa se lelo..
Parshaad baat kar puja ka tum…
Apne saare paapon ko dholo..

Danav ko chutki mein harati..
Haare ko par gale lagati….
Rote rote jaate uske dwaar..
Hanste hanste aate sab bahar.

देवी माँ की महिमा -नवरात्रि कविता

नो दीनो का ये त्यौहार..
देवी मां का मिलता प्यार..
मनाता ये सारा संसार…
सारा जग माँ का परिवार…

शेर पे चढ़ कर आती माता..
हलवा पूरी उनको भाता..
माँ के भजन जो भी गाता..
अपनी झोली भरता जाता…

एक ही देवी के 9 रूप..
हमारे माँ बाप भी उसका रूप..
अपनी माँ को जो रुलाता..
देवी माँ को गुस्सा दिलाता..

कहीं गरबा खेला जाता है..
कहिन मिठाई बांटी जाती है…
रामलीला के बहाने..
सबको रामायण सिखाई जाती है…

छोटी सी कन्या का पूजन कर..
बड़ा सा आशीर्वाद माँ से लेलो..
प्रसाद बांट कर पूजा का तुम…
अपने सारे पापों को धोलो..

दानव को चुटकी में हराती..
हारे को पर गले लगाती….
रोते-रोते जाते उसके द्वार..
हंसते हंसते आते सब बाहर…

| जय माता दी |

| Jai Mata DI |

मां दुर्गा के नौ रुप हैं :
(Maa Durga ke 9 roop)

  • पहली शैलपुत्री,
  • दूसरी ब्रह्मचारिणी,
  • तीसरी चंद्रघंटा,
  • चौथी कूष्मांडा,
  • पांचवी स्कंध माता,
  • छठी कात्यायिनी,
  • सातवीं कालरात्रि,
  • आठवीं महागौरी
  • नौवीं सिद्धिदात्री।

Navratri Saman List in Hindi

नवरात्रि माता की श्रृंगार सामग्री
(Navratri Mata Ki Shringar Ki Samagri)

Navratri mein mata ka shringaar kiya jata hai, orr iske liye mata ki Pratima ya Tasveer hona jaruri hai. Mata ko laal chunri bhot pyaari hai to shringaar ke liye laal chunri, Kumkum ya roli, Bindi, Laal chudiyan, Mehndi, sindoor , foolon ki mala, laal rang ki saree maa ko arpit karni chaiye. Choki sajaane ke liye laal kapde ka istemaal karein.

नवरात्रि में माता का श्रृंगार किया जाता है, इसके लिए माता की प्रतिमा या तस्वीर होनी जरूरी है। माता को लाल चुनरी बहुत प्यारी है तो श्रृंगार के लिए लाल चुनरी, कुमकुम या रोली, बिंदी, लाल चूड़ियां, मेहंदी, सिन्दूर, फूलों की माला, लाल रंग की साड़ी मां को अर्पित करनी चाहिए। चोकी सजाने के लिए लाल कपडे का इस्तमाल करें।

नवरात्रि घटस्थापना सामग्री
(Navratri Ghatasthapana Samagri)

  • कलश
  • जौ या गेहूं
  • जौ बोने के लिए साफ मिट्टी
  • आम के पत्ते
  • जौ बोने के लिए मिट्टी का पात्र
  • कलावा
  • नारियल
  • सिक्के और सुपारी
  • कलश को ढकने के लिए मिट्टी का ढक्कन
  • कलश में रखने के लिए एक सिक्का
  • रोली

नवरात्रि पूजा सामग्री लिस्ट
(Navaratri Puja Samagri List In Hindi)

  • कलश
  • गंगाजल
  • मौली
  • माता की प्रतिमा
  • रोली
  • मिट्टी का बर्तन
  • मिट्टी पर रखने के लिए एक साफ कपड़ा
  • कलावा
  • गेहूं या जौ
  • शुद्ध मिट्टी
  • अक्षत
  • सिक्का
  • मिट्टी का बर्तन
  • सिंदूर
  • लाल वस्त्र
  • पीतल या मिट्टी का दीपक
  • घी
  • मिट्टी पर रखने के लिए एक साफ कपड़ा
  • इसके लिए हवन कुंड
  • आम की लकड़ी
  • काले तिल
  • जटा वाला नारियल
  • लोबान
  • लौंग का जोड़ा
  • गुग्गल
  • धूप
  • पंचमेवा
  • सुपारी
  • कपूर
  • कमलगट्टा
  • हवन में चढ़ाने के लिए भोग
  • शुद्ध जल
  • आम के पत्ते का पल्लव
  • साफ जल

 

Lines Written by : Manish Goyal

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MG Gandhi

2nd October : Gandhi Jayanti (महात्मा गांधी: एक संन्यासी)

दो अक्टूबर को हम महात्मा गांधी के जन्म के रूप में मनाते हैं। महात्मा गांधी देश के राष्ट्रपिता हैं, उनके बारे में जितना कहा जाए सब कम ही लगता है। मैंने भी उनके जन्मदिवस पर कुछ पंक्तियाँ लिखी हैं। आशा करता हूं आप सबको ये पसंद आएगी। कविता का नाम: महात्मा गांधी: एक संन्यासी..

Tags : गांधी जयंती पर भाषण, गांधी जयंती पर कविता

अक्टूबर को करते याद.
करमचंद जी के घर का चिराग..
गुजरात का जो था वासी..
गांधी थे वो संन्यासी…

विदेश से की थी पढाई..
पर विदेशी मिट्टी उन्हें ना भाई..
दिल में थे उनके भारतवासी
गांधी थे वो संन्यासी..

आजादी की करी थी लड़ाई..
अंग्रेज़ भी जिसकी करते बड़ाई
शरण में आते थे परवासी..
गांधी थे वो संन्यासी…

चरखा कातI करते थे वो..
अहिंसा का पालन करते थे वो..
पेहनावा जैसा आदिवासी..
गांधी थे वो संन्यासी…

गोली सी रफ़्तार थी उनकी..
लोगों की कतार थी उनकी…
डंडा देख कर करो ना हंIसी..
गांधी थे वो संन्यासी…

नमक को खोजकर लाये थे
अनेको पाठ पढाए थे..
जिसके ज्ञान की दुनिया प्यासी…
गांधी थे वो संन्यासी…

1948 में चले गए वो…
आज़ादी दिला गए वो…
हाथ जोड़ खड़े भारतवासी..
गांधी थे वो संन्यासी…

2nd October : Gandhi Jayanti (Mahatma Gandhi : Ek Sanyasi)

Do October ko hum Mahatama Gandhi ke Janam ke roop mein manate hain. Mahatama Gandhi desh ke rashtapita they or unke barey mein jitna kaha jaaye sab kam hi lagta hai. Maine bhi unke janamdiwas par kuch lines likhin hai. Aasha karta hu aap sabko yeh pasand aayegi. Kavita ka naam : Mahatama Gandhi : Ek Sanyaasi.

Tags: Tags : Gandhi Jayanti Speech, Gandhi Jayanti par 10 lines, Gandhi Jayanti par kavita, Gandhi Jayanti Shayari

Do October ko karte yaad.
Karamchand ji ke ghar ka chirag..
Gujarat ka jo tha vaasi..
Gandhi they wo Sanyaasi….

Videsh se ki thi padhai..
Par videshi mitti unhe na bhai..
Dil mein they unke Bharatwasi
Gandhi they wo Sanyaasi..

Ajaadi ki kari thi ladaai..
Angrej bhi jiski karte badai..
Sharan mein aatey they parwaasi..
Gandhi they wo Sanyaasi…

Charkha kaata karte they wo..
Ahinsa ka palan karte they wo..
Pehnawa jaise aadiwasi..
Gandhi they wo Sanyaasi….

Goli si raftaar thi unkii..
Logon ki kataar thi unkii…
Danda dekh kar karo na haansi..
Gandhi they wo Sanyaasi…

Namak ko khojkar laaye they..
Ankeo path padhaye they..
Jiske gyaan ki dunia pyaasi…
Gandhi they wo Sanyaasi….

1948 mein chale gaye wo…
Ajaadi dila gaye wo…
Hath jod khade Bharatwasi..
Gandhi they wo Sanyaasi…

Witten By : Manish Goyal

Pic Edited by : https://www.canva.com/

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